
अल्मोड़ा : एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत खुबानी से बनने वाले उत्पाद जल्द बाजार में दिखेंगे। इसके लिए अल्मोड़ा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पांच फूड प्रोसेसिग यूनिट लगाई जा रही है। इसके बाद खुबानी से बने उत्पाद जैम, जैली, चटनी आदि का स्वाद लोग ले सकेंगे। वहीं, खुबानी का उत्पादन बढ़ाने के लिए इस वर्ष 20 हेक्टेयर भूमि पर पांच हजार अतिरिक्त पौधों का रोपण भी किया गया है।
केंद्र सरकार की ओर से चलाई गई प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना (पीएमएफएमई) योजना के तहत अल्मोड़ा जिले के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना में खुबानी फल के उत्पाद को शामिल किया गया था।। योजना के तहत उद्यान विभाग की ओर से खुबानी के उत्पाद बनाने के लिए काश्तकारों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण में उन्हें जैम, चटनी, जैली बनाने सहित खुबानी के बीज के तेल निकालने में दक्ष कर दिया है। इसके बाद काश्तकारों ने इसकी इकाई लगाने के लिए उद्यान विभाग में आवेदन भी किया। उद्यान विभाग के पास इकाई लगाने के लिए पहुंचे 11 आवेदनों में से पांच को स्वीकृति भी मिल गई है। ये इकाइयां चौखुटिया, चिलियानौला, लमगड़ा, चौबटिया व अल्मोड़ा में लगेंगी। वहीं दो लोगों के आवेदनों पर कार्य चल रहा है। चार लोगों के आवेदन विचाराधीन हैं।
अभी जिले में 2299 हेक्टेयर भूमि में करीब 16322 मीट्रिक टन खुबानी का उत्पादन हो रहा है। इसे बढ़ाने के लिए इस वर्ष अतिरिक्त 20 हेक्टेयर भूमि पर पांच हजार नए पौधों का रोपण किया गया है। लेकिन किसानों को बाजार न मिलने से कई काश्तकारों के घरों में ही यह फल खराब होकर बर्बाद हो जाता है। फूड प्रोसेसिग यूनिट लगने के बाद काश्तकार इससे बनने वाले उत्पाद बनाएंगे, जिसको बाजार तक पहुंचाने में उनकी मदद भी की जाएगी।
खुबानी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए काश्तकारों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रोसेसिग यूनिट बनने के बाद काश्तकार अपने उत्पाद को बाजार में उतार सकेंगे। अन्य आवेदन पर भी जल्द ही गठित कमेटी विचार करेगी।
सतीश शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी, अल्मोड़ा