
मुंबई, एएनआइ। निलंबित आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी (IPS officer Saurabh Tripathi) के खिलाफ रंगदारी वसूली का एक और मामला सामने आया है। मामला मुंबई के मालाबार हिल इलाके (Malabar Hill area) में एक कारोबारी से 55 लाख रुपये की रंगदारी से जुड़ा है। बता दें कि इससे पहले भी आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के खिलाफ मुंबई पुलिस ( Mumbai Police) ने दक्षिण मुंबई स्थित फोफले वाड़ी में आंगडिय़ा से 10 लाख रुपये की रंगदारी वसूली का मामला दर्ज किया है। इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। तब से ही सौरभ त्रिपाठी फरार हैं।
गौरतलब है कि बीती 6 अप्रैल को आंगडिया से 10 लाख रुपये वसूलने के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने फरार आइपीएम सौरभ त्रिपाठी के जीजा असिस्टेंट सेल्स कमिश्नर आशुतोष कुमार मिश्रा को गिरफ़्तार किया था। वह लगातार सौरभ त्रिपाठी के संपर्क में था। उनके नौकर को भी इससे पहले गिरफ़्तार किया गया था। अब पुलिस सौरभ त्रिपाठी की तलाश में जुटी हुई है।
मुंबई पुलिस ने बस्ती से आशुतोष को गिरफ़्तार किया था। इसके बाद उन्हें रिमांड पर मुंबई लाया गया था। 8 अप्रैल से ही वह पुलिस की हिरासत में है। बता दें कि सीआइयू यूनिट की सौरभ मामले की जांच के दौरान ही आशुतोष का नाम सामने आया था। आशुतोष बस्ती में पिछले चार साल से अस्स्टिेंट सेल्स कमिश्नर के पद पर कार्यरत थे। रिश्ते में वह निलंबित आइपीएस सौरभ त्रिपाठी के जीजा हैं। इस मामले में पुलिस सौरभ के माता – पिता के घर भी छापामारी कर चुकी है और उनके करीबियों से पूछताछ करने में लगी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार सौरभ त्रिपाठी के खिलाफ रंगदारी वसूली का मामला एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज है। उन पर आंगडिया व्यापारियों से 10 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने का आरोप है। उनके घर से छापामारी के दौरान 1 लाख 50 हजार रुपये वसूले गए थे। सौरभ त्रिपाठी मुंबई में परिमंडल – 2 में डीसीपी के पद पर कार्यरत थे।