
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 263 चीनी नागरिकों के 2011 में वीजा बनाने से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम व अन्य के खिलाफ बुधवार को केस दर्ज कर लिया। इस मामले में बीते दिनों कार्ति व उनके पिता पूर्व वित्त व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के आवास पर छापे मारे गए थे।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) के तहत आपराधिक धाराओं में केस दायर किया है। यह कार्रवाई इसी मामले में सीबीआई द्वारा हाल ही में दायर एफआईआर पर संज्ञान लेते हुए की गई है। इस मामले में अब कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई है। ईडी उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकता है।
सीबीआई द्वारा दायर एफआईआर में कहा गया है कि यह मामला कार्ति और उनके करीबी एस भास्कररमन को वेदांता समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) के एक शीर्ष अधिकारी द्वारा रिश्वत देने के आरोपों से जुड़ा है। कंपनी पंजाब में एक बिजली संयंत्र स्थापित कर रही थी।
ईडी के अधिकारी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय इस घोटाले की राशि और उसे जुड़े अवैध लेनदेन का पता लगाएगा। जांच के तहत आरोपी से पूछताछ की जाएगी। कार्ति चिदंबरम ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि यह प्रताड़ना नहीं तो क्या है?