
दन्यां : उत्तराखंड राज्य बने 20 साल हो गए हैं। यहां दो-दो बार भाजपा व कांग्रेस की सरकारें रही हैं। उत्तराखंड में बेरोजगारी के चलते प्रतिवर्ष हो रहे पलायन का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। मौसम चक्र में बदलाव, जंगली जानवरों का आतंक और बिखरी हुई जोत होने के कारण यहां के लोगों का कृषि को लेकर मोहभंग हो चला है। जनपद अल्मोड़ा के अन्तर्गत जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में आम और नीबू प्रजाति के फलों की पैदावार काफी होती है। विपणन और प्रसंस्करण की कोई व्यवस्था न होने से फल उत्पादकों को औने पौने दामों पर अपने उत्पाद बेचने को विवश होना पड़ता है। जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मांग है कि खेती किसानी और पलायन की दिक्कतों को समझने वाली सरकार उत्तराखंड में बने।
पहाड़ में उजड़ रही खेतीबाड़ी और महानगरों को हो रहे पलायन के विषय में नई सरकार के समक्ष अपनी बात रखने वाला प्रतिनिधि होना चाहिए।
– शेखर पांडे- बीस सालों में किसानों के हितों व खाली हो रहे गांवों बारे में कुछ नहीं सोचा गया। उत्तराखंड में छोटे मोटे उद्योग लगाकर पलायन रोका जा सकता है। ऐसी पहल करने वाली सरकार बने।
– कौस्तूभानंद जोशी – जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में आम और नीबू प्रजाति के फलों की पैदावार काफी होती है। फल उत्पादकों के हितों को ध्यान में रखने वाला विधायक सदन में जाना चाहिए।
– दिनेश गैड़ा- पहाड़ में लोगों की बिखरी हुई जोत है। यहां पर चकबंदी कानून लागू करने की सख्त आवश्यकता है। यहां जंगल में बारूद सरीखा बन चुके पिरूल का किस प्रकार उपयोग हो ऐसी सोच वाला विधायक होना चाहिए।