
अल्मोड़ा : जिला मुख्यालय के विभिन्न मोहल्लों में पेयजलापूर्ति का कोई समय निर्धारित नहीं होने से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की आपूर्ति सुबह के बजाय कभी दिन में तो कभी देर सायं तक की जाती है। ऐसे में उपभोक्ता परेशान हैं। उधर ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती गर्मी के कारण पेयजल किल्लत बढ़ती जा रही है। यहां लोग नौलों, धारों के साथ ही पेयजल टैंकरों से पानी ढोकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
मुख्यालय के हुक्का क्लब, कुंवाड़खोला, नयालखोला, राजपुरा, नरसिंहबाड़ी व राजपुरा में लंबे समय से पेयजल की अनियमित जलापूर्ति से लोगों के तमाम काम प्रभावित हो रहे है। लोगों का कहना है कि पानी का कोई निश्चित समय नहीं हैं। पानी कभी सुबह 10 बजे बाद आता है तो कभी अपराह्न में आपूर्ति होती है। इससे नौकरीपेशा वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, कभी कभार तो देर सायं भी पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इन मोहल्लों के अजय साह, एम हसन, दिनेश राज, विजय बिष्ट, युवराज सिंह व पूरन कांडपाल ने पेयजल आपूर्ति निर्धारित समय पर नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जताई है। साथ ही नियमित समय पर जलापूर्ति करने के लिए कारगर उपाय किए जाने की मांग विभागीय अधिकारियों से की है। इधर अवर अभियंता विजय बलवंत मेहरा का कहना है, जल स्रोतों में पानी कम होने से यह समस्या आ रही है। समस्या के समाधान के लिए उपाय किए जा रहे हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकरों से बांटा पेयजल
पेयजल समस्या से प्रभावित गांवों में जल संस्थान ने शुक्रवार को ज्योली, रौनडाल, बल्टा, गधोली सुंदरपुर, सल्ला बैंड, सड़ियापानी, खत्याड़ी, ताकुला व करबला में टैंकरों से पेयजल वितरित किया। इसके साथ ही सुबह ग्रामीणों ने अपने आसपास के क्षेत्रों के नौलों व धारों से पानी भरकर जैसे तैसे काम चलाया। संस्थान ने मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 11 टैंकर पेयजल वितरित किया।