
पुरोला: मोरी में 60 मेगावॉट सतलुज जल विद्युत परियोजना के तहत इन दिनों सुरंग निर्माण का काम चल रहा है. निर्माण के दौरान निकलने वाले मलबे को डंपिंग जोन में न डालकर टोंस नदी में डाला जा रहा है.
यहां ट्रकों व डंपरों से टोंस नदी के किनारे मलबा डंप करने का कार्य किया जा रहा है, यह बड़े हादसे का कारण भी बन सकता है. साथ ही निर्माण कार्यों से वन संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों को भी क्षती पहुंचाई जा रही है. कार्यदायी संस्था द्वारा एनजीटी के मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.