
देश के पांच राज्यों में बहुत ही जल्द विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) होने जा रहे हैं. हालांकि चुनावी राज्यों मे दिल्ली शामिल नहीं है. लेकिन चुनावी मौसम में दिल्ली भी पोस्टरों से पटी पड़ी है. दिल्ली के कोने-कोने में पोस्टर्स की (Posters In Delhi) भरमार है. जगह- जगह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के पोस्टर देखने को मिल रहे हैं. जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां की सरकारें अफ़लातून बनी हुई हैं. चुनावी फायदे की आस में दिल्ली को भी पोस्टरों से पाट दिया है.
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Election 2022) होने जा रहे हैं. इन पांच राज्य में से 3 राज्य यूपी, पंजाब और उत्तराखंड की सरकारों में राजधानी दिल्ली में पोस्टर चस्पा करवा दिए हैं. इन पोस्टर्स में सरकार (UP Government) अपनी योजनाओं और सरकारों द्वारा किए गए कामों का बखान कर रही हैं. बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा हैं. यहां पर ज्यादातर लोग यूपी, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के रहने वाले हैं. ऐसे में जब भी इन सभी राज्यों में चुनाव होते हैं तो वहां की सरकारों और सियासी दलों की कोशिश रहती है कि किसी न किसी तरीके से इन प्रवासी दिल्लीवासियों का ध्यान अपनी तक खींचा जा सके.
दिल्ली में इन राज्यों के प्रवासियों का दबदबा
दिल्ली में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल जैसे राज्यों के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. बहुत ही जल्द उत्तराखंड, यूपी और पंजाब में चुनाव होने जा रहे हैं. शायद यही वजह है कि दिल्ली की सड़कें इन राज्यों की सरकारों के पोस्टरों से पटे हुए हैं. बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा में से 27 सीटों पर पूर्वांचली लोगों का दबदबा है. शायद इसीलिए योगी सरकार दिल्ली में पोस्टर लगाकर पूर्वांचलियों का समर्थन जुटाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
चुनावी पोस्टर्स से पटी दिल्ली की दीवारें
दिल्ली की 13 सीटों, विकासपुरी, राजौरी गार्डन,हरी नगर, तिलक नगर, जनकपुरी, मोती नगर,राजेंद्र नगर, ग्रेटर कैलाश, जंगपुरा, गांधी नगर, मॉडल टाऊन, लक्ष्मी नगर, रोहिणी में पंजाबी वोटरों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसीलिए यहां पर चन्नी सरकार पोस्टर्स लगाकर पंजाबियों को लुभाने की कोशिश कर रही है. दिल्ली में पहाड़ी प्रवासियों की संख्या करीब 30 लाख के आसपास है. यही वजह है कि सीएम धामी के पोस्टर्स लगातर वोटर्स को लुभाने का यह दांव बीजेपी अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. दिल्ली कीआधी से ज्यादा विधानसभा सीटों पर दूसरे राज्यों के प्रवासियों का दबदबा है. यही वजह है संबंधित राज्यों की सरकारें अपने पोस्टर्स लगाकर चुनाव प्रचार कर रही हैं.