
देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में बूढ़ी दिवाली मनाने की परंपरा है, लेकिन इस बार चालदा महासू देवता के समाल्टा मंदिर में विराजमान होने के कारण यहां देव दिवाली मनाई गई. यह दिवाली ठीक उसी तरह पारंपरिक तरीके से मनाई गई, जिस तरह से बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है. यहां पटाखों की जगह होला यानी मशाल जलाए गए. पारंपरिक गीतों पर ग्रामीण जमकर झूमे.