
ऋषिकेश : सीबीआइ ने एम्स ऋषिकेश के सात बड़े अधिकारियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमेे दर्ज किए हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में खरीदारी और टेंडर आवंटन में हुए घोटालों की जांच के बाद सीबीआइ के इस कदम से हड़कंप मच गया है।
मामले में सीबीआइ ने एम्स के तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसरों और अन्य के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। जिनमें तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसर, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर, तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी, एम्स के तत्कालीन लेखा अधिकारी और नई दिल्ली स्थित निजी फर्म के मालिक शामिल हैं।
सीबीआइ की दस्तक के बाद फिर से हड़कंप
सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को सभी आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। इस मामले को लेकर पूरे देश में सीबीआइ 24 स्थानों पर छापे की कार्रवाई कर रही है। वहीं ऋषिकेश में सीबीआइ की दस्तक के बाद फिर से हड़कंप मचा है।
मुनिकीरेती क्लीनिक पर भी सीबीआइ की टीम पहुंची
आरोपित अपने ठिकानों से गायब हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक एम्स प्रशासन से जुड़ी एक महिला अधिकारी के पति जो ऋषिकेश के एक डेंटल कालेज में बड़े पद पर हैं। उनके घर और मुनिकीरेती क्लीनिक पर भी सीबीआइ की टीम पहुंची है। इसके साथ ही इस कैंपस में रहने वाले आरोपितों के यहां भी सीबीआइ की टीम कार्रवाई कर रही है। ऋषिकेश के भीतर स्थित प्राइवेट मेडिकल स्टोर में भी सीबीआइ की टीम पहुंची है।