

नई टिहरी: टिहरी जिला कोषागार में पौने तीन करोड़ रुपये से अधिक के गबन के मामले में वांछित बांग्लादेश निवासी नैना शर्मा को टिहरी पुलिस ने रविवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया।
मामला प्रकाश में आने के बाद आरोपित नैना शर्मा बांग्लादेश भाग गई थी। गबन के मुख्य आरोपित कोषागार कर्मचारी जयप्रकाश शाह और यशपाल नेगी ने मृतक पेंशनरों को जीवित दिखाकर पौने तीन करोड़ में से 20 लाख रुपये से ज्यादा की धनराशि नैना शर्मा के खाते में ट्रांसफर की थी। सोमवार को नैना शर्मा को देहरादून में विजिलेंस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पिछले साल दिसंबर में टिहरी कोषागार में दो करोड़ 85 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया था। कोषागार में कार्यरत लेखाकार जयप्रकाश शाह और लेखाकार यशपाल नेगी ने मृत पेंशनरों को जीवित दिखाकर उनके खातों से दो करोड़ 85 लाख रुपये से ज्यादा की रकम उड़ाई थी।

पुलिस ने इस मामले में कोषागार के आठ कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें से सात व्यक्तियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपितों के संपर्क में दिल्ली के मकान नंबर 226, स्कूल ब्लाक, शक्करपुर में रहने वाली नैना शर्मा भी थी।
नैना शर्मा इस मकान में एक युवक के साथ रह रही थी। पुलिस तभी से उस युवक के संपर्क में थी। रविवार का युवक ने जांच अधिकारी जितेंद्र कुमार को सूचना दी कि नैना शर्मा बांग्लादेश से भारत आने वाली है। इस पर टिहरी पुलिस दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गई।
नैना शर्मा जैसे ही फ्लाइट से उतरकर टर्मिनल में पहुंची तो पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि नैना शर्मा के खाते में गबन की धनराशि से बीस लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी होनी थी, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बांग्लादेश फरार हो गई थी।