
देहरादून: गर्मी बढ़ने के साथ उत्तराखंड के जंगलों की आग लगने के मामले भी बढ़ रहे हैं। वन विभाग के लिए आग बुझाना चुनौती बन गया है। पहाड़ों में ग्रामीणों की मदद से आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। बीते एक दिन में 32 स्थानों पर जंगल की आग धधक उठी। जबकि, एक दर्जन के करीब क्षेत्रों में आग बुझाने के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।
कुल 272 घटनाओं में 332.82 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित
राज्यभर में जंगलों के धधकने का सिलसिला तेज
बड़ी संख्या में ग्रामीण बुझाने में सहयोग दे रहे
आग के विकराल होने की स्थिति में राजस्व विभाग, पुलिस, होमगार्ड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीआरडी जवानों के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण बुझाने में सहयोग दे रहे हैं।
कंट्रोल रूम से नियमित ली जा रही अपडेट
अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों में तमाम स्थानों पर जंगल सुलग रहे हैं। ऊधमसिंहनगर जिले के जंगलों का कुछ हिस्सा भी झुलसा है। नोडल अधिकारी सीसीएफ निशांत वर्मा कहा कि कंट्रोल रूम से नियमित अपडेट लेने के साथ ही कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।