
देहरादून: आगामी चार धाम यात्रा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में सत्यापन अभियान शुरू किया गया है। पिछले 10 वर्ष से बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में रह रहे व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके सत्यापन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर यह कार्रवाई की जा रही है।
10 दिन तक चलने वाले सत्यापन अभियान के तहत सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में कार्यरत, निवासरत बाहरी व्यक्तियों और किरायेदारों के सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। पहले दिन प्रदेश में 2732 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया। इनमें श्रमिक, रेहड़ी व ठेली वाले, किरायेदार आदि शामिल हैं। इस दौरान जिन मकान मालिकों ने किरायेदारों का सत्यापन नहीं करवाया था, उनसे जुर्माना वसूला गया।
व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे इस अभियान में श्रमिक, रेहड़ी व ठेली, किरायेदार व संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन किया जा रहा है। जिन व्यक्तियों पर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने का शक है, पुलिस उनकी डिटेल अलग से तैयार कर रही है, ताकि आने वाले दिनों में उनकी गहनता से जांच करवाई जा सके।
गुरुवार को प्रदेश में चम्पावत जिले में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होने के चलते यहां सत्यापन की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई। अन्य जिलों में पुलिस की ओर से घर-घर जाकर सत्यापन किया गया। हरिद्वार जिले में 521, देहरादून में 180, टिहरी में 108, उत्तरकाशी में 160, पौड़ी में 241, रुद्रप्रयाग में 560, चमोली में 200, बागेश्वर में 60, नैनीताल में 121, अल्मोड़ा में 104 और ऊधमसिंहनगर में 477 घरों का सत्यापन किया गया।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि सभी जिला प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वह घर-घर जाकर सत्यापन करें। यदि किसी घर पर कोई संदिग्ध व्यक्ति मिलता है या किसी पर शक है तो उसके बारे में जांच करें।