
क्या असम इन दिनों ऑपरेशन लोट्स का केंद्र बन गया है? महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के खिलाफ सत्ता परिवर्तन की सफलता के बाद झारखंड में भी ऑपरेशन लोट्स की पटकथा लिखी जा रही थी. झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायक को बंगाल पुलिस ने बड़ी रकम के साथ गिरफ्तार किया है. इसके बाद से असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा चर्चा के केंद्र में आ गए हैं क्योंकि कांग्रेस के एक अन्य विधायक ने आरोप लगाया कि पार्टी के तीनों विधायक गुवाहाटी जा रहे थे और जहां से झारखंड में बीजेपी की सरकार बनाने की कवायद की जानी थी.
बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाले शिवसेना विधायकों ने गुजरात से जरिए असम के गुवाहाटी में पहुंचे थे. असम के पांच सितारा होटल में दस दिन से ज्यादा दिन तक डेरा जमाकर महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोट्स को अंजाम दिया गया था. झारखंड में उसी तर्ज पर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ तख्तापलट कर बीजेपी सरकार बनाने की कहानी लिखा जानी थी, लेकिन कांग्रेस विधायक असम पहुंचने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने मोटी रकम के साथ गिरफ्तार किया है. बंगाल के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर एक एसयूवी से तीनों विधायकों को पुलिस ने पकड़ा. ऐसे में कांग्रेस के एक अन्य विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह) ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में जिन तीन कांग्रेस विधायकों से कैश बरामद हुआ, उन्होंने उनसे भी संपर्क किया था और उन्हें फोन करके कोलकाता आने को कहा था.
ऑपरेशन लोट्स का नया ठिकाना क्या वाकई असम बन रहा है और झारखंड में हो रहे सियासी खेल के पीछे सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की कोई भूमिका थी. कांग्रेस ने बीजेपी पर झारखंड में उसकी गठबंधन सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी झारखंड में वही करना चाहती है, जो उसने महाराष्ट्र में किया था.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा था कि झारखंड में बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’ पश्चिम बंगाल में बेनकाब हो गया. दिल्ली में ‘हम दो’ का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है जो उन्होंने महाराष्ट्र में एकनाथ-देवेंद्र (E-D) की जोड़ी से करवाया.’ कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने भी कहा था कि ‘सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में एक राज्य के मुख्यमंत्री खुद विधायकों से सीधा संपर्क कर रहे हैं. केंद्र के मंत्री उन्हें आतंकित और धमकाने का प्रयास कर रहे हैं. महाराष्ट्र की तरह झारखंड में भी सत्ता परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही.