

Kedarnath Yatra : जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा अस्थाई तौर पर स्थगति होने के बाद अब उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा भी रोक दी गई है. रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने बताया कि सोनप्रयाग में भारी बारिश के मद्देनज़र केदारनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. भारी बारिश को देखते हुए किसी अप्रिय घटना की आशंका के चलते तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
बता दें कि उत्तराखंड के कई जिलों में शनिवार सुबह से बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र ने पौड़ी और नैनीताल में सबसे ज्यादा भारी बारिश की संभावना जताई है. वहीं बारिश से जगह-जगह जन जीवन की अस्त व्यस्त तस्वीरें सामने आ रही हैं. गंगोत्री नेशनल हाईवे पर जहां जगह-जगह जलभराव हो गया है, वहीं पिथौरागढ़ में कई सड़कें और पुल धवस्त हो गए हैं.
वहीं बदरीनाथ हाईवे डांगबैड में मलबा आने से बंद हो गया है. टिहरी में भारी बारिश जारी है. जबकि हल्द्वानी में कालादूगी रोड जलमग्न है. इसके अलावा देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ में भी बहुत अधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है. देहरादून में सुबह से भारी बारिश जारी है.

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 24 घंटे में नैनीताल और पौड़ी में भारी से भारी बारिश को देखते हुए नदियों, नालों के किनारे बसे लोगों के साथ ही भूस्खलन संभावित इलाकों में सावधान रहने की जरूरत है. इस बाबत राज्य सरकार व आपदा प्रबंधन विभाग को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है. सिंह के मुताबिक, देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ में भारी से बहुत अधिक भारी बारिश की संभावना है.
उधर, राजधानी और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए डीएम डॉ. आर. राजेश कुमार ने आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं. डीएम ने आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों संग बैठक कर जरूरी निर्देश भी जारी किए हैं. बागेश्वर में बारिश से मुनार में पुलिया के साथ ही कई सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं. सूपी में मोटर मार्ग ध्वस्त हो गया है, जबकि कई दुकानों में मलबा घुस गया है. भकुना में रामगंगा नदी से कटाव हो रहा है. भकुना और कालापैर कापड़ी में पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है