
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी समूह (Adani Group) को न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि समूह की विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हालात ये हो गए हैं कि अडानी समूह पर आंख बंद करके दांव लगाने वाले भी अब इन्वेस्टमेंट से पहले सोचने लगे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए अडानी समूह के बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है. ग्रुप की तरफ से सोमवार को बताया गया है कि वो शेयर बाजार में अपनी लिस्टेड कंपनियों के 1114 मिलियन यूएस डॉलर (करीब 111 करोड़) के गिरवी पड़े शेयर सितंबर 2024 से पहले रिलीज करा लेगी.
कितने शेयर होंगे रिलीज?
अडानी ग्रुप की तरफ से जारी बयान में कहा कि हाल में बाजार में आए उतार-चढ़ाव और अडानी की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में प्रमोटर के लीवरेज में कटौती की प्रमोटर्स की प्रतिबद्धता के तहत ऐसा किया गया है. 1.114 अरब डॉलर के समय से पहले भुगतान के साथ, अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) में प्रमोटर्स की होल्डिंग के लगभग 16.8 करोड़ शेयर (12% स्टेक), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में 2.756 करोड़ शेयर (3%) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 1.177 करोड़ शेयर (1.4%) रिलीज कराए जाएंगे.
कितनी हिस्सेदारी है गिरवी?
समूह ने अपने बयान में कहा कि अडानी समूह के प्रमोटर्स सितंबर 2024 में परिपक्वता से पहले गिरवी रखे गए शेयरों को जारी करने के लिए 1,114 मिलियन डॉलर का प्री-पेमेंट करेंगे. प्रमोटर्स की ओर से अपने कर्ज के भुगतानों के प्रति वित्तीय संस्थानों को आश्वस्त करने के लिए यह फैसला लिया गया है. वहीं, एक रिपोर्ट बताती है कि दिसंबर, 2022 के अंत तक अडानी पोर्ट्स की 17.31 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी थी, जो इस रिलीज के बाद घटकर 5.31 फीसदी रह जाएगी. इसी प्रकार, अडानी ग्रीन एनर्जी की गिरवी हिस्सेदारी 4.36 प्रतिशत से घटकर 1.36% रह जाएगी. वहीं अडानी ट्रांसमिशन की गिरवी हिस्सेदारी दिसंबर के अंत तक 6.62 फीसदी. इस रिलीज के बाद यह घटकर 5.22% आ जाएगी. रिपोर्ट बताती है कि अडानी पावर की 25% और अडानी एंटरप्राइजेस की 2.66 फीसदी हिस्सेदारी अभी गिरवी है.
भरोसा बढ़ाने की कवायद
इससे पहले, मीडिया रिपोर्ट्स में यह खबर सामने आई थी कि अडानी समूह एडवांस में 8000 करोड़ रुपए का कर्ज लौटाने की तैयारी कर रहा है. कंपनी 30 से 45 दिनों के भीतर ये पैसा लौटाने पर विचार कर रही है, ताकि निवेशकों का भरोसा जीता जा सके. दरअसल, समूह ने ग्लोबल बैकों जैसे Credit Suisse, JP Morgan और JM Financial सहित कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियों से लोन लिया है. अब समूह इन कंपनियों का लोन समय से पहले लौटाने की तैयारी में है. वहीं, जानकार मानते हैं कि अडानी समूह के इस कदम से निवेशकों की चिंताए कम होगी और उस पर निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा.