
द्वाराहाट: स्वीकृति के सात साल बाद भी सुदूर बासुलीसेरा से डोटलगाव तक सड़क का सपना पूरा नहीं हो सका है। जनांदोलन से हलकान विभाग ने सात किमी निर्माणाधीन रोड पर जहां तहां पड़े मलबे के ढेर तो हटवा दिए हैं। मगर डामरीकरण तो दूर सड़क का चौड़ीकरण व पुल निर्माण ही शुरू नहीं हो सका है। इधर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने पुन: आदोलन की चेतावनी दी है।
विकासखंड के बासुलीसेरा से डोटलगाव के लिए 2015 में सात किमी सड़क स्वीकृत हुई थी। 4.55 करोड़ रुपये का बजट अवमुक्त भी हुआ। मगर रोड कटान व आधी अधूरी सोलिंग के बाद काम रोक दिए जाने से जनांदोलन भड़क उठा था। ग्रामीणों ने कार्यदायी संस्था लोनिवि के विरुद्ध मोर्चा खोला तो विभाग ने संबंधित ठेकेदार पर जुर्माना ठोका। उसे बदल भी दिया गया। इसके बावजूद निर्माण कार्य में तेजी नहीं आई। इधर बीती अक्टूबर में तीन दिन लगातार मूसलधार बारिश से हालात बद्तर हो गए। कटान से कमजोर पड़ी पहाड़ी का मलबा बहकर सड़क पर जमा हो गया। इससे पैदल चलना भी दूभर हो गया।
पूर्व प्रधान मदनमोहन सिंह की दोबारा जनांदेालन की चेतावनी पर विभाग ने मलबा साफ कर आवाजाही लायक बनवा दिया मगर ग्रामीणों का गुस्सा कम नहीं हुआ। पूर्व प्रधान मदनमोहन ने बताया कि पुल निर्माण तो दूर चौड़ीकरण का काम तक शुरू नहीं कराया जा सका है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द काम तेज न कराया गया तो धरना प्रदर्शन करेंगे।