
देहरादून : भारी गर्मी के बीच शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा और प्रदेश में लगातार बढ़ रही पेयजल किल्लत के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेयजल विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। एक ओर जहां उन्होंने पेयजल आपूर्ति के लिए हर जिले में दो टैंकर उपलब्ध कराने को कहा तो दूसरी ओर चारधाम यात्रा मार्ग पर 500 वाटर एटीएम लगाने के भी निर्देश दिए।
बुधवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में ठोस कार्य योजना बनाई जाए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की दिशा में काम किया जाए। जल संचय की दिशा में सबको मिलकर प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिस भी विभाग की ओर से पौधरोपण करवाया जाता है, उन पौधों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की पूरी जिम्मेदारी भी संबधित विभागों की होगी। उन्होंने कहा कि नलकूप एवं हैंडपंप जिस भी विभाग या संस्था की ओर से लगाए जा रहे हैं, उनके मेंटिनेंस के लिए उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जल जीवन मिशन के तहत जिन घरों में नल लग चुका है, उनमें शुद्ध गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध हो। हर घर नल, हर घर जल पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाए। पेयजल की उपलब्धता के लिए जो व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं, उनका शीघ्रता से समाधान किया जाए। गर्मियों में प्रदेश के किसी भी जनपद में पेयजल की कमी न हो, इसके लिए उपलब्ध साधनों के साथ ही प्रत्येक जिले को दो-दो वाटर टैंकर उपलब्ध कराए जाएं। गर्मियों में पेयजल समस्या का समाधान बड़ी चुनौती है। पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा सभी की प्राथमिकताओं में है।