
केरल (Kerala) में फुटबॉल मैच के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया. मलप्पुरम जिले के वंदूर के पास अचानक फुटबॉल स्टेडियम (Football Stadium) की अस्थाई गैलरी गिर गई. इसमें करीब 200 लोग घायल हो गए और 5 गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जब हादसा हुआ तब मैच देखने के लिए गैलरी में 2 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे. रात 9 बजे के करीब ये हादसा हुआ. लोग दो स्थानीय टीमों के बीच फाइनल मुकाबला (Football match) देखने पहुंचे थे.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि आयोजन के बाद भी आयोजकों ने गैलरी (Gallery) पूरी तरह भर जाने के बाद भी दर्शकों के आने-जाने पर रोक नहीं लगाई, जिसके कारण ये हादसा हो गया.मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह फुटबॉल मैच कलिकावू के पूंगोड स्थित एलपी स्कूल ग्राउंड में हो रहा था. यह ऑल इंडिया सेवेंस फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला था. मलप्पुरम जिले का यह काफी प्रतिष्ठित फुटबॉल टूर्नामेंट है. दर्शकों की संख्या करीब 8000 बताई जा रही है.
वहीं चीनी विश्वविद्यालयों में एमबीबीएस कर रहे कई भारतीय छात्रों ने भारत में अपनी फिजिकल ट्रेनिंग को मान्यता देने की मांग को लेकर शनिवार को केरल सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. विदेशों में मेडिकल छात्रों के माता-पिता के संघ- विदेशी मेडिकल ग्रेजुएट्स पेरेंट्स एसोसिएशन (FMGPA) के बैनर तले ये विरोध प्रदर्शन किया गया था.
COVID-19 महामारी फैलने के बाद भारत लौटने के लिए मजबूर, मेडिकल छात्र तब से चीन लौटने में असमर्थ रहे हैं और राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में अपनी फिजिकल ट्रोनिंग को जारी रखा है. चीनी अधिकारियों से वीजा की अनुपलब्धता के कारण अपने देश में फंसे भारतीय छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं की मदद से अपना पाठ्यक्रम पूरा किया है.
दो साल से ले रहे ऑनलाइन क्लास
यंग्ज़हौ विश्वविद्यालय में चौथे वर्ष के मेडिकल छात्र मुर्शिद अलीन ने न्यूज एजेंसी को बताया कि ‘हमें जनवरी 2020 में चीन से वापस आने के लिए मजबूर किया गया था. हमें ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेते हुए दो साल हो गए हैं. हमें इस बात की कोई मान्यता नहीं है कि भारत सरकार हमें इन ऑनलाइन कक्षाओं के साथ स्वीकार करेगी या नहीं. हम में से अधिकांश केरल के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रैक्टिकल कर रहे हैं, लेकिन मान्यता प्राप्त नहीं है’.