
रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर रोड का कार्य कर रही कंपनियों की अब खैर नहीं है. वन विभाग की ओर से इन कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है, जो पहाड़ी कटिंग का मलबा सीधे मंदाकिनी व अलकनंदा नदी में फेंक रहे हैं. अब तक वन विभाग की ओर से 20 लाख का जुर्माना वसूला गया है और सख्त हिदायत देते हुए नदियों में मलबा नहीं डालने के निर्देश दिये गये हैं.
विभाग की ओर से अब तक दोनों कंपनियों के खिलाफ बीस लाख के चालान काट दिये गये हैं. साथ ही कंपनियों को सख्त हिदायत देते हुए मंदाकिनी व अलकनंदा नदियों में मलबा नहीं फेंकने के निर्देश दिये हैं. रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के उप वन संरक्षक वैभव कुमार सिंह ने कहा कि मॉनसून सत्र में आपदा की घटना बढ़ने की आशंका रहती हैं. मलबे के कारण स्थानीय लोगों की पेयजल लाइन को भी नुकसान पहुंचता है. आरसीसी व आरजीबी कंपनियों के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं.
ऐसे में समय-समय पर कंपनियों की ओर से बनाये गये डंपिंग जोन के साथ ही नदियों में फेंके गये मलबे का निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रकरण संज्ञान में आने पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया जा रहा है. अभी तक बीस लाख का जुर्माना कंपनियों पर ठोका गया है. निर्माणदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत दी गई है कि पहाड़ कटिंग का मलबा नदियों में ना डाला जाए.