
दुगड्डा ब्लाक के अंतर्गत हनुमंती-चंडा-मांडई 10 किमी मोटर मार्ग का निर्माण 16 वर्ष बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। आलम यह है कि कई स्थानों में पहाड़ कटान के बाद मलबा सड़क पर ही पड़ा हुआ है, जिससे ग्रामीणों को पैदल आवाजाही करना भी मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि कार्यदायी संस्था लोनिवि दुगड्डा ने सड़क का एलाइनमेंट बदलकर उनके नाप खेत की जमीन में सड़क काट दी है, जिससे ग्रामीणों में लोनिवि के खिलाफ रोष है।
गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए वर्ष 2005-06 में 10 किमी हनुमंती-चंडा-मांडई मोटर मार्ग को मंजूरी मिली। निर्माण कार्य के लिए 1.39 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया। वर्ष 2012 में 5 किमी व 2014-15 में 1 किमी रोड कटिंग की गई। अवशेष 4 किमी के लिए फरवरी 2019 मे टेंडर जारी किए गए थे। 2021 में रोड कटिंग का कार्य पूर्ण किया गया। कटान के बाद कई जगहों पर पहाड़ दरकने की कगार पर हैं।
हनुमंती-चंडा-मांडई मोटर मार्ग संघर्ष समिति के सचिव योगंबर सिंह, कोली गांव के प्रधान अजय कुमार, सूर्य प्रकाश आदि ने कहा कि ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना विभाग ने सड़क का एलाइमेंट बदल दिया है। इससे वन संपदा को भारी क्षति हुई है। मार्ग पर जगह-जगह मलबा पड़ा है। सड़क पर दोपहिया वाहन भी चल पा रहे हैं। उन्होंने मार्ग से मलबा हटाने और द्वितीय चरण के निर्माण कार्य कराने की मांग उठाई है।
निर्माणाधीन हनुमंती-चंडा-मांडई सड़क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। शीघ्र ही का मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।
– डीपी सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि दुगड्डा।