
पूरन सिंह
जोशीमठ : गुरूवार को अचानक बदले मौसम के कारण बदरीनाथ समेत सभी उंची पहाडियां बर्फ की सफेद चारद से ढक चुकी हैं। गुरूवार को दोपहर बाद बदरीनाथ में शुरू हुआ बर्फवारी का सिलसिला देर सांय तक जारी है।
बदरीनाथ मंदिर परिसर में दो इंच बर्फ जम चुकी है। बदरीनाथ के अतिरिक्त आस पास की पहाडियों एवं उंचाई वाले इलाकों मंे भी जम कर बर्फवारी हो रही है जिससे पूरे पहाडी क्षेत्र में कडाके की ठंड ने दस्तक दे दी है व लोगों का जीवन हलकान हो गया है।
दोपहर डेढ बजे के बाद बदरीनाथ में बर्फवारी शुरू हुई व देखते ही देखते पूरी बदरीपुरी हल्की बर्फ की चारद से ढक गई। बर्फवारी के कारण बदरीनाथ समेत निचले इलाकों में कडाके की ठंड शुरू हो गई है।
बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड , फूलों की घाटी, कुंवारीपास, सतोपंथ, स्वर्गारोहणी में भी जम कर बर्फवारी हुई है। जहां उंची पहाडियों एवं अत्यधिक उंचाई वाले क्षेत्रा में बर्फवारी हो रही है तो वहीं जोशीमठ, हेलंग, तपोवन, पीपलकोटी, चमोली, कर्णप्रयाग आदि क्षेत्रो में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है
जिस कारण से इन सभी क्षेत्रों में भी कडाके की ठंड के कारण लोगों ने गर्म कपडों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। बदरीनाथ मंे अचानक हुई बर्फवारी के कारण यात्रा में आने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
दुनिया भर में शीतकालीन स्नो स्कींगइ के लिए विख्यात हिमक्रिडा केन्द्र औली में भी गुरूवार को मौसम का पहला हिमपात हुआ।
भले ही तापमान में भारी गिरावट न आने के कारण औली बुग्याल में बर्फ नही जमी लेकिन यहां के दस नम्बर टावर के उपरी भाग एवं गोरसों बुग्याल में बर्फ की हल्की परत गुरूवार सांय को जम चुकी है।
बदरीनाथ समेत अन्य क्षेत्रा में बर्फ की हल्की चादर बिछने के कारण पूरा पहाड एवं उंचाई वाले इलाके बडे ही आकृषक लग रहे हैं।